शैतान भालू है हिंदी कहानी || Ghost bear cartoon hindi story by Chulbul Tv


***** शैतान भालू है ****** एक गांव में प्रशांत नाम का एक युवक रहता था। वह बहुत बुद्धिमान व्यक्ति हैं। गांव में जिस किसी को भी छोटी-मोटी परेशानी होती थी, वह प्रशांत के पास आकर उसे बता देता था। वह उन्हें बहुत आसानी से एक तेज उपाय दिखाएगा। इस तरह प्रशांत चारों ओर प्रसिद्ध हो गया। उस गांव के बगल में एक और गांव में देर रात होते ही, एक भूत भालू आकर हमला करते था। बड़े घरों को तोड़कर गिरा देता था , पेड़ों को जड़ों से उखड कर फेंक देता था । मुर्गियों और बकरियों जैसी चीजों को निगल लेता था । उसकी हरकतों के डर से कोई घर से बाहर नहीं निकलता था। सभी ग्रामीणों ने हथेली में जान रखकर डरते हुए रात गुजारी। कुछ गांव छोड़कर भाग गए। एक दिन गाँव का जमींदार प्रशांत को ढूंढते हुए आया। भूत भालू के हरकतों के बारे में सब कुछ समझाया। "बेटे ..आपकी बुद्धि के बारे में हमने सब सुना..आपको हमारे गाँव को किसी भी तरह उस भूत भालू के जाल से बचाना है। नहीं तो पूरा शमशान बन जायेगा ।" कहते हुए उसे मिन्नतें की । प्रशांत ज़मींदार के साथ गाँव गया और बोला, “आप जो कह रहे हैं उसे सुनकर अजीब लग रहा है। चलो देखें। ".. रात को जैसे जमींदार ने उसे बताया, वैसे ही गांव में घुसा और सब कुछ तीतत बितर करते हुए भूत भालू को देखा। " सच में एक भूत भालू है.. यह बहुत बड़ा है.. हम क्या कर सकते हैं.. हम इसे कैसे रोक सकते हैं" उसने सोचा। घर पहुंचने पर उसने पूरी रात सोचा। अगली सुबह, प्रशांत फिर से पूरे शहर की जाँच करने के लिए निकल पड़ा। जब वह गांव के बाहरी इलाके में आया, तो भूत भालू वहां आ धमका । "मैं बहुत बुरा हूँ .. पहले इस शहर को छोड़ दो .. अन्यथा तुम अपनी जान जोखिम में डालोगे .." उसने धमकी दी। "तुम असल में भूत हो ही नहीं .. मैं क्यों डरूं.. सब कुछ ड्रामा है.." उसने साहसपूर्वक कहा। "मैं भूत ही हूँ," भालू ने गुस्से में कहा। प्रशांत ने कहा "ठीक है.. मुझे बहुत प्यास लगी है क्योंकि मैं इतनी दूर पैदल छलका आया हूँ । वहां दिख रहे कुएं के पास पानी निकलने के लिए बाल्टी नहीं है। अगर आप भूत हैं, तो उस कुएं में जाओ और मुझे थोड़ा पानी लाओ। मई अपनी प्यास बुझाकर, यहाँ से लौट जाऊँगा ।" उसको विश्वास दिलाने के लिए कि भूत भालू तुरंत एक पल के विचार के बिना कुँए के पास चला गया और नीचे उतर गया। उसने तेजी से जाकर उस कुँए पर ढक्कन लगा दिया और एक बड़ा शिलाखंड उसके ऊपर रख दिया। इससे वह बाहर नहीं आ सका और चिल्लाते हुए कुँए के अंदर फंस गया। तभी से भूत भालू का पीडा से मुक्त होकर, सभी ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। प्रशांत की बुद्धि की बहुत प्रशंसा करते हुए जमींदार ने भी उसे अनेक उपहार दिए। -------------

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