. पेड़ पर राक्षस हिंदी कहानी || Animated cartoon Horror stories by Chulb...


#horrorstories #hindistories #hinidmoralstories ***** 361. पेड़ पर राक्षस , मुझे क्या डर ***** एक गाँव में रामू नाम का एक लड़का रहता था। वह लड़का बहुत बुद्धिमान था। कोई किसी भी तरीके से उसे की कोशिश करें , वह बिल्कुल भी नहीं डरता था। ऊपर से। ."बस इतना ही" कहता था। एक बार पेड़ पर जो राक्षस था, वह गाँव पर आ गिरा। उसे दूर से देखकर गाँव के सभी लोग डर के मारे चीख पड़े और भाग गए। लेकिन जब तक रामू देर से उठा तब तक राक्षस हर घर ढून्ढ रहा होता है। खाने के लिए इंसान या कोई और भोजन के लिए हर जगह ढून्ढ रहा था। इस बीच, बुद्धिमान लड़का रामू ने अपने पास कुछ जले हुए रोटियाँ रखीं। देखने में ये पत्थर की तरह थे। राक्षस वहाँ पहुँच गया। लड़के को देखकर उसने गुस्से में पूछा "अरे यार.. क्या कर रहे हो? मेरी तरफ देखकर भी डर नहीं रहे हो .. क्यों ?" "डर?.. क्यों?.. पेड़ पर राक्षस से मुझे क्या डर .." कहते हुए रामू गाने लगा। "क्या यह मजक लग रहा है .. क्या तुम्हारे पास उतनी ताकत है जितनी मेरे पास है?" गुस्से से राक्षस पूछा। "देखो, यह मेरी ताकत है," कहते हुए उसने रोटी को कचर कचर खा लिया। "क्या तुम उन पत्थरों को खा रहे हो?" राक्षस ने पूछा । "हाँ.. मुझे चट्टानें खाना बहुत पसंद है.. भूख लगने पर मैं बड़ी-बड़ी पहाड़ियाँ भी खाता हूँ.." उसने बहादुर होने का नाटक करते हुए कहा। शैतान चौंक गया। यह देखकर बुद्धिमान लड़के को एक और विचार आया। "यदि आपके पास बहुत अधिक ऊर्जा है तो आपको वही करना चाहिए जो मई कहूंगा। ठीक है?" उसने पूछा। "हाँ करूंगा .. लेकिन ऐसे करने के बाद तुम्हे निगलना तय है" राक्षस ने कहा। "बस, इतना ही," कहते हुए उसने खेल में जीती हुई कई कंचे नीचे फैला दिया । "इन पर चलो," उसने कहा। "बस इतना ही ? .. इसमें क्या मुश्किल है" उसने कहा और वह अपने बड़े शरीर के साथ कंचों पर चलने की कोशिश किया । कंचे हिल गए और उसके पैर फिसल कर ओ धन से नीचे गिर गया । बस, उसके खोपड़ी पर दो सींग टूटे गए। "मैंने तुम्हारे सिर के सींग तोड़ दिए..तुम्हारी जीभ भी काट दूंगा ..चाकू कहाँ है " कहते हुए वह राक्षस के सामने हंगामा करने लगा। पहली बार डरा हुआ राक्षस .. "यह मेरी जीभ को काट भी सकता है.. तुरंत भाग जाना चाहिए.." सोचकर वह धीरे से उठा और लड़के से छुपकर जल्दी से भाग गया। उस दिन से राक्षस ने गाँव की ओर आना बंद कर दिया। बुद्धिमान लड़के रामू के साहसिक कार्य की आसपास के सभी ग्रामीणों ने काफी सराहना की। कहानी का सीख है कि "डर में बैठ जाने से कोई काम नहीं कर सकते। "

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