Lazy deer and Rabbit Hindi moral story || इनाम में मिला एक बड़ी चुकंदर न...


#hindimoralstory #hindi #hindivideo ****** इनाम में ममला एक बडा चुकं दर ****** नैरेटर - एक जंगल में मिरण और खरगोश एक पेड के आस-पास रिते थेखरगोश बहुत तेज था परंतु मिरण बहुत आलसी था मिरन और खरगोश के बीच में कई बार इस बात को लेके किा सुनी िो जाती थी सभी जानवरों का मानना था मक मिरण बहुत आलसी था परंतु मिरण इस बात को स्वीकार निीं करता था मिरण - निीं निीं मैं आलसी निीं हं मैं भी बहुत समिय हं नैरेटर - और मिरण निीं मानता िै मिरण - यि सब मुझसे जलते िैंइसमलए मचढतेिै। नैरेटर - मिरण के स्वभाव के कारण जंगल के कोई भी जानवर उससे इस बारे में चचाा निीं करते थे पर एक मदन जंगल में चचाा करते हुए गधे ने किा गधा – अरे, मिरन तू तो बडा आलसी िै रे। अपना भोजन भी जुटा निीं पाता िैऔर तू उस खरगोश को डराता िै जो बेचारा तेरे मलए भोजन इकट्ठा करता िै नैरेटर - मिर बंदर किता िै बंदर - आने वाले मदनों में मिरण से तो अपना वजन भी उठाना मुश्किल िो जाएगा क्ोंमक वो तो बडा आलसी िै नैरेटर - बोल कर बंदर उसकी जोर-जोर से िंसी उडाने लगा परंतु मिरण तो इस बात को स्वीकार िी निीं करना चािता था उसका तो यि मानना था मक वो खरगोश से भी स्माटा िै तेज िै। एक बडा िाथी बात को बडे ध्यान से सुन रिा था और मिर वो उनके पास जाकर बोला िाथी - ठीक िै, अगर मिरण किता िै मक वि आलसी निीं िैतो िम मान लेते िैं लेमकन अब िम खरगोश और मिरण के बीच एक प्रमतयोमगता रखते िैंमैं इस जंगल में एक चुकं दर छु पाऊं गा जो कोई भी ढूंड लेगा विी मवजेता िोगा और जो उसेढूंड लेगा उसको इनाम के तौर पर पूरा चुकं दर ममलेगा। क्ों ठीक िै मिरण और खरगोश नैरेटर – इस तरि प्रमतयोमगता मनमित हुई दोनों एक दू सरे को देख कर घुराारिे थे। और प्रमतयोमगता के अनुसार मिरण और खरगोश चुकं दर की खोज मेंमनकल पडे, मिरण और खरगोश दोनों िी चुकं दर को ढूूँढनेके मलए इधर से उधर उधर से इधर जंगल में जाने लगेकभी मिरण तेज, कभी खरगोश तेजीसे चलता और कु छ देर बाद मिरण थक गया और एक कोने में जाकर बोला मिरण - िे भगवान! इतने घने जंगल में चुकं दर का ममलना तो मुश्किल िैमुझसे निीं िोगा मैं तो कािी थक गया हं थोडा आराम कर के ढूंढूंगा नैरेटर - और अब वो जाकर एक बडे से पेड के नीचे आराम से बैठ गया और अंत में मिरण जिां पर बैठा था उसी पेड के पीछे खरगोश को चुकं दर ममल गया और इस तरि खरगोश ने अपनी तेजी के साथ चुकं दर को ढूंड मलया और मनयमानुसार वि मवजेता किलाया जंगल के सभी जानवर समझ गए की मिरण आलसी था और आलसी रिेगा तो सभी ने खरगोश का बडा सम्मान मकया और इनाम के तौर पर वि चुकं दर दे मदया उधर मिरण बडा पछता रिा था मिरण - िेभगवान! में थोडी चुस्ती मदखाता तो मुझे वो चुकं दर ममल जाता। नैरेटर - मिरण बडा उदास हुआ और अब वि अपने जीने के तरीके को बदलनेकी कोमशश करने लगा

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