जादू का घोड़ा हिंदी नैतिक कहानियां || Magical horse and monster cartoon ...


**** जादू का घोड़ा। ****** एक जंगल था । कभी-कभी एक राक्षस जंगल में आजाता और कोई भी जानवर को उठाकर ले जाता। जब भी वह राक्षस आता, सारे जानवर अपनी जान हथेली में लेकर सहम कर रहते थे। इस बार राक्षस आया। सब को भयभीत करके उसने बकरी को उठाया और चला गया। उसी जंगल में एक घोड़ा है। यह बहुत अच्छा है .. लेकिन नादान होने के कारन जंगल के अन्य सभी जानवर उसकी हंसी उड़ाते थे । (घोड़े, हिरण, लोमड़ियों, हाथी, गधों और जितने संभव हो उतने अन्य जानवर खाना खा रहे हैं।) "अरे घोडे..हमें एक बार इस जंगल घूम कर आना होगा। चलो दौड़ प्रतियोगिता करें ?.." हिरण ने पूछा। "अरे कहाँ .. ओ कहाँ दौड़ सकता है.. ऊपर से शर्मीला.. कोई काम नहीं कर सकता.." लोमड़ी ने मजाक उडाया। उन बातों पर सारे जानवर ठहाका लगाकर हसे और मजाक उड़ने लगे। " मैं भी सबकी तरह ही हूँ..फिर मेरा क्यों मजाक उदा रहे हैं .. मैं उनके साथ नहीं रहूँगा.. कहीं दूर चला जाऊँगा.." उदास होकर घोड़ा चला गया.. (दुखी होकर घोड़े का चलना। ) जंगल में चल रहा घोड़ा अकेला डर डर कर आगे बढ़ रहा है। इसी बीच उसके सामने एक अजीब सा रूप दिखाई दिया। वह नजारा देखकर घोड़ा और भी डर गया। "डरो मत दोस्त.. मैं तुम्हारी मदद करने आया हूं.. तुम दर्द में लग रहे हो.. बताओ तुम्हारी मुश्किल क्या है.. मैं उसे हल करूंगा"। इतने अच्छे तरीके से बोलने घोड़े को हिम्मत मिल गई और अपना सारा दर्द बताया। "तुम्हें देखकर अफ़सोस होता है.. ठीक है, मैं तुम्हें एक जादू के घोड़े में बदल दूँगा .. इससे तुम तेज़ दौड़ सकते हो .. कुछ भी जीत सकते हो .." यह कहकर वह उसे एक जादू के घोड़े में बदल दिया। (जादू का घोड़ा बनना।) घोड़ा बहुत खुश हुआ कि वह इतना शक्तिशाली हो गया है। वह तेजी से दौड़ा और अपने साथियों के पास गया। (हिरण, लोमड़ी, हाथी और गधे सहित जितने संभव हो उतने जानवर खाना खा रहे हैं। घोडा दोनों टाँगें उठाकर जोर से हिनहिनाया।) "क्या .. फिर से आ गए .. क्या तुम दौड़ने के लिए तैयार हो.." हिरण ने पूछा। "यह हिनहिनाना देखकर यही लग रहा है की यह अपने जान पर ले आया " लोमड़ी ने ठहाका लगाकर कहा। साथ ही बाकी जानवर भी घोड़े पर हंस पड़े। हालांकि, इन सब को अनदेखी करते हुए, घोड़ा चुपचाप खाना खा रहा है। कुछ देर बाद राक्षस जोर-जोर से शोर करते हुए वहां पहुंच गया। सभी जानवर डर के मारे भागने लगे। राक्षस एकदम से लोमड़ी को उठा लिया और चला गया। इस बार घोड़ा राक्षस के पीछे तेजी से दौड़ा। फिर राक्षस को रोक लिया और युद्ध में उतर गया। (राक्षस- जादू के घोड़े की लड़ाई.. लोमड़ी को सब कुछ दूर से देख रहा है।) आखिरकार राक्षस जादुई घोड़े के हाथों मर गया। लोमड़ी को लेकर घोड़ा अपने साथियों के पास आया। लोमड़ी ने कैसे उनके दोस्त ने सबसे शक्तिशाली राक्षस को मार डाला, जो कुछ उसने वहां देखा , वह बाकी सब को बताया। यह सुनकर सभी जानवर दंग रह गए। "हमें अपनी ताकत जानने के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा करने की जरूरत नहीं है। हम हमारे दुश्मन को हरालें वही काफी है..." घोड़े ने कहा। इतने दिन घोड़े का मजाक उडाने के लिए उन सभी जानवरों ने उससे माफी मांगी। सभी बहुत खुश थे कि राक्षस की पीड़ा जंगल से हट गई। बाद में उन्होंने घोड़े को अपना नेता बनाया।

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